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yeh JAWAANI hai DEEWANI लव स्टोरी हिंदी

अभिषेक एक सुंदर नौजवान लड़का है, आज ऑफिस आते समय लॉबी में उसे एक सुंदर लड़की दिखाई देती है, वह देखते ही उसका दीवाना हो जाता है, । वह उसे देखने के लिए रुकता है तब तक उसे ऑफिस बॉय आवाज़ देता है, " सर गुड मॉर्निंग, !   वह मुड़कर उसे देखता है और कहता है," गुड मार्निंग मोहन , सब ठीक है, ! वह हां में सर हिला दिया,अभिषेक पलट कर देखता है ,तब तक वो गायब हो जाती है, अभिषेक का मूड ऑफ होता है, पर वह किसको दोष दे ,अब बॉय देख कर गुड मॉर्निंग ना बोले तो भी बुरा और उसको जवाब नही देना वो भी अच्छा नहीं होता है, वह खुद को कोसते हुए, लिफ्ट में जाता है, वह जाकर अपने केबिन में बैठकर कंप्यूटर ऑन करता है,। उसी समय उसके बॉस का फोन आता है , वह अपने केबिन में बुलाता है, उसकी यह सॉफ्टवेयर की कंपनी है , यह कई बड़ी कंपनी को सर्विस देते हैं, । उसके बॉस सुंदर साहू ने बहुत ही मेहनत से इस कंपनी को आगे बढ़ाया है, । वह केबिन में इंटर करता है तो बॉस के सामने उसी लड़की को बैठी देखता है तो जैसे उसके दिल में फ्रिज खुल जाता है, वह बॉस के सामने कुछ रिएक्ट नही कर पता है और चुप चाप खड़ा हो जाता है सुंदर उसे देख कहता है

यह कहानी आपको रोने पर मजबूर कर देगी : Very Emotional Story In Hindi

यह कहानी आपको रोने पर मजबूर कर देगी : Very Emotional Story In Hindi




यह कहानी आपको रोने पर मजबूर कर देगी : Very Emotional Story In Hindi



जीवन में किसी के चले जाने से या कुछ खो जाने से हम अक्सर उदास हो जाते हैं, यह मनुष्य का स्वभाव हैं, पर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह दुनिया की रीत हैं। जब जिस समय हमारे पास जो हैं, अनमोल हैं।


हैल्लो दोस्तों- मैं हूं आपका दोस्त आर्यन औऱ में लेकर आ गया हूं एक बहुत ही खूबसूरत और दिल को छू जाने वाली कहानी। कहानी छोटी हैं लेक़िन आपके दिल को छू जिएगी,क्योंकि इस कहानी में गहराई बहुत है। यह कहानी हैं आरुही और एक गुड़िया कि , जो एक छोटी लड़की ऊपर लिखी हुए हैं।



एक दिन कि बात हैं आरुही सुबह पार्क में टहलते हुए जा रही थी तभी उसे एक रोती हुई बच्ची मिली। आरुही ने उससे रोने का कारण पूछा, तो लड़की ने बताया कि वह जिस गुड़िया से खेल रही थीं, वह इसी पार्क में कही खो गईं हैं। आरुही ने उस बच्ची को उसकी गुड़िया ढूंढ लाने का आस्वाशन दिया जिससे वह बच्ची चुप हो गई।





आरुही ने गुड़िया ढूंढ़ने के लिए समय माँगी और फिर दूसरे दिन गुड़िया लाने का वादा करके वहाँ से चली गई, पर गुड़िया ना तो आरुही को मिली और ना ही उस बच्ची को।



आरुही ने गुड़िया की तरफ से एक काल्पनिक पत्र उस बच्ची को लिखी और जब वह बच्ची पार्क में गुड़िया पाने की आशा में आई तो आरुही ने वह पत्र उस बच्ची को पढ़ कर सुनाया। पत्र इस प्रकार था ' कृप्या रोना मत, मै समय समय पर उस गुड़िया के बारे में तुम्हें लिखती रहूँगी, बस तुम रोना मत।'



अब आरुही रोज़ उस खोई हुई गुड़िया की तरफ से काल्पनिक पत्र लिखने लगी और लगभग रोज़ ही उस बच्ची को पढ़ कर सुनाती जो कि यात्रा का काल्पनिक वर्णन हुआ करता था। आरुही ने इस काल्पनिक लेकिन रोचक वर्णन ने उस बच्ची को रोने नहीं दिया। वह खुशी-खुशी अपनी गुड़िया की घुमक्कड़ी के किस्से सुनाने लगी। अब वह ख़ुश रहने लगी।




एक दिन जब काफ़ी कहानिया हो गई तो आरुही ने एक दूसरे गुड़िया उस बच्ची को लाकर दी। जाहिर हैं, वह गुड़िया  बदली हुई थी। उस बच्ची को अपनी खोई हुई पुरानी गुड़िया जैसे नयी लगी, तो वह आरुही की और देखने लगी। 




आरुही  अनजान बनते हुए गुड़िया में चिपकी एक चिट को निकाल कर पढ़ने लगी। उसमे लिखा हुआ था 'यह मैं ही हूं, तुम्हारी वाली गुड़िया जो पार्क में खो गई थीं। दुनिया भर की लंबी यात्रा की वजह से मै थोड़ी बदल गई हूं।' बच्ची को इस गुड़िया और अरूही पर विश्वास हो गया वह गुड़िया लेकर घर चली गई।





वर्षो बाद जब वह बच्ची बड़ी हो गई, तो एक दिन वह अपनी अलमारी में कुछ ढूंढ रही थीं तो उसका ध्यान उसी गुड़िया पर गया, जो आरुही ने उसे दी थीं। बचपन की बातें याद करके वह हँसने लगी। उसे सब समझ आ चुका था कि आरुही ने कैसे उसका मन रखा।उसे उस गुड़िया पर फ़िर प्यार आने लगा। वह उसे बड़े गौर से देखने लगी।





तभी उसकी नज़र गुड़िया कि फ्रॉक की आस्तीन में छुपे एक  छोटे से पत्र पे गईं। उसने बड़ी व्येकुलता से वह पत्र निकाला और पढ़ने लगी। पत्र में साँझेप में यह लिखा हुआ था 'हर वह चीज़ जिससे तुम प्यार करती हो,  कभी न कभी  तुमसे खो जिएगी और जो तुम्हारे पास होगी ,वही तुम्हारे लिए सच्चे रूप में बनी होंगी। रूप भले ही भींनन होगा, पर प्यार एकदम खालिस होगा।'


रुलाने वाली प्रेम कहानी | दिल को छूने वाली कहानी


हाय दोस्तों, मैं राजीव हूँ और आज मैं आपको अपनी दिलचस्प प्रेम कहानी बताने जा रहा हूँ। जीवन में कभी-कभी आपके विचारों का उल्टा ही होता है। मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ, इसलिए आज मैं अपनी रुलाने वाली कहानी आपको बताऊँगा।


रुलाने वाली प्रेम कहानी | दिल को छूने वाली कहानी



उस दिन हमारे स्कूल में मैं एक श्रुति नाम की लड़की से प्यार करता था। मैं दसवीं में था और श्रुती भी दसवीं में थी। हम एक दूसरे को प्यार करते थे। मैंने उस समय अपने दिल की बात उसे बताई और उसने मेरा प्यार मान लिया। 
दोनों स्कूल एक बस में जाते थे। बस में अक्सर मैं उसकी बगल वाली सीट पर बैठ जाता था, और मुझे लगता था कि वह क्षण मेरे जीवन का सबसे अच्छा क्षण था।



हमारे प्यार के बारे में क्लास में लगभग सभी को पता था। मेरे दोस्त मुझे श्रुति कहकर चिढ़ाते थे। लंच के समय, श्रुति और मैं एक साथ खाते हुए अपने भविष्य की बातें करते थे। रात को हम दोनों एक-दूसरे से बहुत बाते करते थे। हम एक दूसरे को अपने सपने बताते और न जाने कब सो जाते थे। मैं रात को छत पर जाकर बाते करता अगर मेरे घर में कोई रिश्तेदार आता है। ठंड में भी मैं छत पर जाकर श्रुति से बाते करता।




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हम दोनों ने एक साथ कई सपने देखे। हमने शादी करना, बच्चे होना और उनके नाम भी सोच रखे थे। हम दोनों का प्यार स्कूल तक बहुत अच्छा चल रहा था, लेकिन जब हम कॉलेज में गए, सब कुछ बदलने लगा।


कॉलेज में प्रवेश करने के बाद श्रुति पहले की तरह नहीं रही। अब वह मुझे अस्वीकार करने लगी। अब वह पहले की तरह व्यवहार नहीं करती और मुझे नहीं देखती। मैं सोचने लगा कि ये श्रुति मेरे साथ ऐसा क्यों कर रही है?
 

“देखो न श्रुति अब मुझसे पहले जैसी बातें नहीं करती, अब मुझे इग्नोर करने लगी है,” मैंने एक दिन श्रुति के एक दोस्त से कहा। उसकी दोस्त ने मुझे बताया कि मैंने कॉलेज में अभय नाम के एक लड़के से श्रुति को अक्सर बाते करते देखा था। शायद श्रुति उसे पसंद करती है।
 



उसकी दोस्त की बातें सुनकर मेरा दिल धड़कने लगा। मुझे लगता था कि श्रुति श्रुति ऐसा कैसे कर सकती है, लेकिन दिल कह रहा था कि नहीं। मैंने अपने आंसुओं को रोका, लेकिन मेरी आँखें नम होने लगी।


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घर जाकर मैंने श्रुति का Instagram और Facebook खाता देखा। मैंने देखा कि श्रुति ने अभय को फॉलो किया है और उसके चित्र पर एक भावुक कमेंट और लाइक भी लिखा है। मैंने तुरंत श्रुति को फोन किया, लेकिन वह नहीं आई।



अगले दिन मैं कॉलेज गया तो मैंने श्रुति से पूछा, "क्या आप अभय को पसंद करते हैं?"

श्रुति: आप बोल रहे हैं।

मैं पूछ रहा हूँ कि क्या आप अभय को पसंद करते हैं?

श्रुति: मैं और अभय सिर्फ अच्छे दोस्त हैं।

मेरे प्रश्नों का कोई जवाब नहीं मिला। मैं अपनी कार्रवाई को समझ नहीं पा रहा था। मैंने अब मैं छोटी-छोटी बातों पर परेशान हो जाया करता था। श्रुति पहले की तरह बिल्कुल बदल चुकी थी। 



रुलाने वाली प्रेम कहानी | दिल को छूने वाली कहानी



एक दिन मैंने अभय का हाथ पकड़कर कॉलेज ग्राउंड में बात करते हुए श्रुति को देखा। मैंने अपने फोन से उन दोनों की तस्वीर क्लिक की। कॉलेज खत्म होने पर मैं श्रुति से कहा, "श्रुति दो मिनट मुझे तुमसे कुछ बाते करनी है।"


श्रुति: हां, बताओ क्या करना चाहिए।


राजीव: क्या आप अभय को पसंद करते हैं?

श्रुति: कल मैंने आपको बताया था कि अभय और मैं सिर्फ अच्छे दोस्त हैं।

राजीव: इन चित्रों में एक दूसरे का हाथ पकड़कर बहस हो रही है, अगर आप अच्छे दोस्त हैं तो देखो।

श्रुति:- मैं उसे पसंद करती हूँ, आपको उससे क्या परेशानी है? मैं गुस्से से उसकी ओर देखा।

Rajiv:- श्रुति, हम दोनों स्कूल से हैं। 


एक-दूसरे से प्यार करते हैं, तो ये अभय कहा से आया?  स्कूल जीवन: वह सिर्फ हमारा बचपन था, वह प्यार नहीं करता था और हम सिर्फ अच्छे दोस्त थे, मैं अब जा रहा हूँ। ‘हम सिर्फ अच्छे दोस्त हैं,’ उसने कहा और आसानी से चली गई। उसने मेरी भावनाओं और मेरे बारे में कुछ भी नहीं सोचा। उससे मैं बहुत प्यार करता था।



उस रात मेरी आंखों में आंसू बह रहे थे और मेरे नज़रों के सामने पुरानी यादें साफ दिखाई दे रही थीं। मैं सिर्फ उसके पुराने चित्र को देखकर रोता रहा। मुझे कुछ भी खाने-पीने की इच्छा नहीं थी। मेरी भूख सब मर चुकी थी, मैं बीमार हो गया और बहुत बीमार हो गया। मैं भी कई दिनों तक कॉलेज नहीं गया था।



रात को उसे इंटरनेट पर देखने से मुझे बहुत तकलीफ होती। वह मेरे मैसेजों का जवाब नहीं देती। मैं सिर्फ चाहता था कि वह मुझसे बात करे, लेकिन अब वह मुझे भूल गई।  मेरा पहला प्यार श्रुति था। वह कहते हैं कि पहले प्यार को भूल नहीं सकते, और मैं भी उसकी यादों को भूल नहीं पाया। आज भी मेरे स्कूल के रास्ते से गुजरते हुए पुरानी यादें फिर से ताजा होने लगती हैं।








अब मैं कॉलेज में अपने दोस्तों से मुस्कुराते हुए मिलता हूँ, लेकिन वास्तव में  आज भी मुझे दुख है। मैं नहीं जानता कि ये पीड़ा कब कम होगी।  जीवन में हमारी कल्पना की तरह नहीं होता। आप सच्चे हैं, लेकिन इसका अर्थ नहीं है कि आपके सामने वाला भी सच्चे हैं। इंसान भी समय के साथ बदल जाते हैं।



यह थी मेरी जीवन की सबसे दिलचस्प प्रेम कहानी. अगर आप इसे पसंद करते हैं, तो इसे अपने दोस्तों और संबंधित लोगों से शेयर करें. साथ ही आप हमें एक टिप्पणी देकर अपनी प्रतिक्रिया बता सकते हैं। आपका बहुमूल्य समय धन्यवाद!



आशा करता हूं कि मेरी यह स्टोरी अच्छी लगी होगी आपलोग को, इस आलेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।  यदि आप लोगों के पास कोई सुझाव है तो कृपया साझा करें और किसी भी प्रश्न को पूछने के लिए स्वतंत्र महसूस करें।  एक बार धन्यवाद 




टिप्पणियाँ

  1. U r right sir ..kisi chiz ka importance uske jane ke bad hi Pata chalta hn Ekman sahi kaha apne sir

    जवाब देंहटाएं
  2. Sir Jo yah aapki website hai hindisstory.in kya kahaniyan yahan se lekar YouTube per dal sakte hain koi copyright bhi aaega sir please sir reply
    satyam441155@gmail.com

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