हेडमास्टर की काली करतूत.......फिर जो हुआ जानकर हैरान रह जाएंगे
हेडमास्टर की काली करतूत.......फिर जो हुआ जानकर हैरान रह जाएंगे
हेलो दोस्तों मैं हूं आपका दोस्त आर्यन , मैं एक राइटर हूं और मैं सच्ची घटना पे आधरित कहानियां लिखता हूँ , मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है और आज मैं सुनाने जा रहा हूँ , सच्ची घटना पे आधारित एक स्कूल प्रिंसिपल की ऐसी दरिंदगी जिसे पढ़ कर आप भी कहोगें ऐसे प्रिंसिपल को कड़ी से कड़ी सजा होना चाहिए ताकि किसी भी स्कूल/कॉलेज में इस तरह की हरकत न हो। ऐसे टीचर ने शिक्षा के मंदिर को हवस का अड्डा बना रखा हैं, जहाँ पे माता-पिता अपने बच्चो को ज्ञान प्राप्त करने के लिए भेजते हैं , संस्कार सीखने के लिए भेजते हैं , उसी स्थान को अपने
घिनौना मानसिकता से शिक्षा जैसे मंदिर स्थान को ऐसे प्रिंसिपल ने गंदा कर रखा है। आप सभी से आग्रह हैं की आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े ताकि आप पूरी बात को अच्छे से समझ सके ......उसके बाद आप हमें कमेंट के माध्यम से अपने विचार को लिख सकते है.............
यह घटना हैं शाहपुर , टोला -सेमरटांड़ , थाना - चैनपुर कि रहने वाली जानकी जी का , जो कि पिछड़ी जाती आवासीय बालिका उच्च(10+2) विद्यालय में एक रसोइया हैं औऱ वो उस स्कूल में 5 सालों से बच्चों के लिए खाना बनाया करती हैं । वहाँ का प्रिंसिपल मदन मोहन यादव हैं जो कि बिहार के निवासी हैँ, औऱ अभी वो झारखंड में पिछड़ी जाती आवासीय बालिका उच्च +2 विद्यालय के प्रिंसिपल हैं।
प्रिंसिपल ने रसोइया के साथ छेड़खानी करने कि कोशिस
हाल ही में प्रिंसिपल पद पे रह रहे मदन मोहन यादव ने रसोइया जानकी जी के साथ जबरदस्ती छेड़खानी करने कि कोशिस कि ,और उसे कार्य से हटाने की धमकी भी दी है। महिला ने हिम्मत कर इस बात कि शिकायत जिला कल्याण को किया है, लेकिन उनकी इस बात को भी दबा दिया गया
ये बात सिर्फ़ जानकी का नहीं हैं बल्कि स्कूल में पढ़ रहे कुछ छात्राओं के साथ भी उन्होंने जबर्दस्ती उनके साथ संबधं बनाने कि कोशिस की हैँ , उनका सच्च सामने न आ जाए , इस डर से वो pratical में marks काटने का हवाला देते हैं औऱ एग्जाम fail करने कि बात करते हैं।
प्रिंसिपल के ऊपर नहीं की कोई करवाई
इससे पहले भी प्रधानाध्यापक को कुछ स्कूल कि छात्राओं के साथ सोते हुए रंगेहाँथ पकड़ा गया था, लेकिन इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई , और इस बात को भी दबा दिया गया।
आज हमारे भारत देश में कितने ही ऐसे स्कूल औऱ कॉलेज हैं, जहाँ पे इस तरह कि हरकतें सामने आते हैं , लेक़िन उनके ऊपर कोई भी कारवाई नहीं कि जाती , क्योंकि हम आवाज़ नहीं उठाते औऱ उठाते भी हैं तो हमारे आवाज को दबा दिया जाता हैं। ताकि उनकी असली चेहरा लोगों के सामने न आ सकें इस वज़ह से उनका हौसला औऱ बुलंद हो जाता हैं।
ऐसे वक़्त में अगर क़ानून भी साथ न दे तो इंसान किस पे भरोसा करेगा , न हि कभी वो इंसाफ कि गुहार करेगा।
जानकी जी कि इस हिम्मत के लिए में उन्हें दिल से सैलूट करता हूँ , अगर उनकी तरह हर कोई महिला अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाये तो , क्यों भी दरिंदा इस तरह कि हरक़त करने से पहले 100 बार सोचेगा।
करवाई होनी चाहिए इनके खिलाफ ??
Last line - मैं अपने अंतिम शब्द में यहीं केहना चाहूँगा कि ऐसे शिक्षक को कड़ी से कड़ी सज़ा होनी चाहिए , औऱ उनके ऊपर कानूनी करवाई कि जाए औऱ उन्हें स्कूल/कॉलेज से निष्कासित किया जाए ताकि वो इस तरह कि हरकत दुबारा न कर सकें।
प्रिंसिपल मदन मोहन यादव
अगर आप चाहते हैं कि प्रिंसिपल मदन मोहन यादव के ऊपर करवाई हो औऱ उन्हें स्कूल से निष्काषित किया जाए तो आप इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे , ताकि जानकी जी को इंसाफ मिल सके और मदन मोहन यादव को उनके किए कि सजा.....
मेरे द्वरा लिखन में अगर कोई मिस्टेक हुआ या फ़िर कोई कमी रह गई हो तो उसके लिए छमा चाहता हूँ , आप हमें कमेंट करके अपना रिएक्शन दे सकते हैँ ..✍️✍️ plzz write ur comment .......
Thanku ❤️❤️🙏🙏😍😍
Written By –✍ @Aryan-Rani❤️😘
Dear Reader, My name is Aryan Yadav . I have been blogging for last 6 month and I have been giving Heart touching love story content as far as possible to the reader. Hope you like everyone, please share your classmate and with friends too.....❤️🙏🙏
Ese Teacher ko schhol se nikal dena chehai....
जवाब देंहटाएंbabu bahut hi acche se explain kia ho ....i agree
जवाब देंहटाएंmein apka likhwat ka fan hoga aryan ji ....ese log ko kadi se kadi saja mil sake....hum bhi se post ko jada se jada share krte hain, taki unko insaaf mil sake.........keep it up Aryan ji
जवाब देंहटाएंHi sir ...mai apka bahut bada fan hun ..mai apka article roz padta hun ....Nd sir apne jo likha hn ekdm sahi likha hn ...esko logo ko kadi saja hj nahj bilkli unhe jindgi bhar ke lia umarkad saja bhi hona chehai ...kuki ye log desh ke ese kide hai jo dhire dhire badnamm kr rahe hn hmre desh ko ...sir mai post se bilkul agree hun ....ese logo ko saja jarur se jarur hona chehai ......
जवाब देंहटाएंschool se nikalo ese teacher ko .....
जवाब देंहटाएंAap es post ko jada se jada share kro ....Taki aur logo ko eski sacchi pata chal sake ...Love uh all ❤️😍 for keep support
जवाब देंहटाएंHe should be punished
जवाब देंहटाएंEse logo ko sidhe jail hona chahiye....ese log ki ejh se hmre desh ki ladkiyan safe nahi hai ....
जवाब देंहटाएंRight sir ...ese log ko schools se nishakashit kr dena chehai
जवाब देंहटाएंYe jagah kon si hai ???
जवाब देंहटाएं“Usually adult males who are unable to make emotional connections with the women they choose to be intimate with are frozen in time, unable to allow themselves to love for fear that the loved one will abandon them. If the first woman they passionately loved, the mother, was not true to her bond of love, then how can they trust that their partner will be true to love. Often in their adult relationships these men act out again and again to test their partner's love. While the rejected adolescent boy imagines that he can no longer receive his mother's love because he is not worthy, as a grown man he may act out in ways that are unworthy and yet demand of the woman in his life that she offer him unconditional love. This testing does not heal the wound of the past, it merely reenacts it, for ultimately the woman will become weary of being tested and end the relationship, thus reenacting the abandonment. This drama confirms for many men that they cannot put their trust in love. They decide that it is better to put their faith in being powerful, in being dominant.”
जवाब देंहटाएं“One's dignity may be assaulted, vandalized and cruelly mocked, but it can never be taken away unless it is surrendered.”
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा प्रयास है
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